ब्रिक्स व्यापार मेले में 50 से अधिक रूसी कम्पनियाँ
आज से प्रगति मैदान में ब्रिक्स व्यापार मेला शुरू होने जा रहा है
नई दिल्ली के प्रगति मैदान में इस सप्ताह हो रहे ब्रिक्स व्यापार मेले में रूस की 50 से ज़्यादा कम्पनियाँ भाग ले रही हैं। भारत में रूस के प्रमुख व्यापार प्रतिनिधि यरास्लाफ़ तरास्युक ने ’तास’ समाचार-समिति को यह जानकारी दी।
यरास्लाफ़ तरास्युक ने कहा — ब्रिक्स व्यापार मेले का आदर्श वाक्य है – सहयोग के लिए नूतनता। इसलिए भारत में होने जा रहे इस पहले ब्रिक्स व्यापार मेले में ’रोसनानो’ और ’रूसी वेंचर कम्पनी’ जैसी वे रूसी कम्पनियाँ भाग ले रही हैं, जिन्होंने नए आविष्कार किए हैं और नई व अभिनव तक्नोलौजी को प्रस्तुत किया है।
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उन्होंने बताया कि ब्रिक्स व्यापार मेले के आयोजक मंझोले और लघु व्यवसाय को आगे लाने की ओर अधिक ध्यान दे रहे हैं, इसलिए इस मेले में स्बेरबांक (रूसी बचत बैंक), रूस रेलवे, रूसी निर्यात केन्द्र, उराल-वगोन-ज़ावोद, ट्रैक्टर-ज़ावोद और रेनोवा जैसी बड़ी रूसी कम्पनियों के साथ-साथ रूस की ढेरों मंझोली और छोटी-छोटी कम्पनियाँ भी भाग ले रही हैं।
पहले ब्रिक्स व्यापार मेले में रूसी मण्डप का आकार क़रीब एक हज़ार वर्गमीटर है। इस मेले में भाग लेने के लिए रूस से जो प्रतिनिधिमण्डल नई दिल्ली जा रहा है, उसमें 200 से ज़्यादा विशेषज्ञ शामिल हैं। हालाँकि ब्रिक्स व्यापार मेला 12 अक्तूबर से ही शुरू हो जाएगा, लेकिन उसका औपचारिक उद्घाटन 13 अक्तूबर को होगा। इस उद्घाटन समारोह में ब्रिक्स के पाँचों सदस्य देशों को व्यापार मन्त्री भी उपस्थित रहेंगे। रूस की तरफ़ से रूस के उद्योग और व्यापार मन्त्री दिनीस मन्तूरफ़ ब्रिक्स व्यापार मेले में भाग लेंगे।
भारत के व्यापार और उद्योग महासंघ ने भारत सरकार के साथ मिलकर इस पहले ब्रिक्स व्यापार मेले का आयोजन किया है। इस मेले में पाँचों देशों की कुल 397 कम्पनियाँ हिस्सेदारी कर रही हैं। ब्रिक्स व्यापार मेले के दौरान ही ब्रिक्स व्यापार सम्मेलन का भी आयोजन किया गया है। सम्मेलन में चर्चा का विषय है — कृषि, ऊर्जा और उद्योग के क्षेत्रों में ब्रिक्स दशों के बीच आपसी सहयोग का विकास। इस व्यापार मेले का आयोजन करके ब्रिक्स समूह के देश अपनी व्यापारिक क्षमता का प्रदर्शन करेंगे और सम्मेलन में पारस्परिक सहयोग के विकास के रास्तों के बारे में विचार-विनिमय करेंगे।
पहली बार तास में प्रकाशित।
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