एस्तोनिया भी ‘उत्तर-दक्षिण’ परिवहन गलियारे से जुड़ने का इच्छुक
एस्तोनिया के विदेश मन्त्री स्वेन मीक्सेर ने रूसी समाचार समिति ‘रिया नोवस्ती’ को इण्टरव्यू देते हुए कहा कि एस्तोनिया भी अन्तरराष्ट्रीय ‘उत्तर-दक्षिण’ परिवहन गलियारे के साथ जुड़ना चाहता है।
स्वेन मीक्सेर ने बताया — एस्तोनिया ने ‘उत्तर-दक्षिण’ परिवहन गलियारे की परियोजना में शामिल होने के सवाल पर अन्य देशों के साथ बातचीत शुरू कर दी है। लेकिन अभी तक हम किसी सहमति पर नहीं पहुँचे हैं। इस बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाज़ी करना होगा।
एस्तोनिया के पालदिस्की बन्दरगाह को इस परियोजना में शामिल किया जा सकता है।
’उत्तर-दक्षिण’ नामक यह अन्तरराष्ट्रीय रेलमार्ग उत्तरी यूरोप को दक्षिणी एशिया और दक्षिण-पूर्वी एशिया से जोड़ेगा तथा ईरान, अज़रबैजान और रूस के रेलमार्गों को भी आपस में एक-दूसरे से जोड़ देगा।
’उत्तर-दक्षिण’ नामक यह नया अन्तरराष्ट्रीय परिवहन गलियारा भारत से ईरान और अज़रबैजान के रास्ते 7 हज़ार किलोमीटर की दूरी पार करके रूस तक जाता है।
यदि एस्तोनिया इस परियोजना में शामिल होता है तो भारत की पहुँच बड़ी आसानी से बाल्टिक देशों के बाज़ारों तक भी हो जाएगी।
भारत और रूस के बीच रेल चलनी शुरू हो गई