नया रूसी सामरिक बमवर्षक विमान कैसा होगा
रक्षा उद्योग में अपने सूत्रों के हवाले से रूसी समाचार समिति ’तास’ ने जानकारी दी है कि रूस के ’तूपलिफ़’ विमान निर्माण निगम ने नए सुदूर सामरिक बमवर्षक विमान का पहला मॉडल बनाकर तैयार कर लिया है।
परियोजना के अनुसार, यह नया विमान न सिर्फ़ रणनीतिक बमवर्षक मिसाइल वाहक विमान होगा, बल्कि इस विमान से अन्तरिक्ष में अन्तरिक्ष-यान भी प्रक्षेपित किए जा सकेंगे।
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रूसी समाचारपत्र ’इज़्वेस्तिया’ के सैन्य-विश्लेषक दिमित्री सफ़ोनफ़ ने रूस-भारत संवाद को बताया — युद्ध सम्बन्धी सभी कार्रवाइयाँ करने के अलावा इस विमान से पृथ्वी की निकटतम परिधि पर छोटे अन्तरिक्ष यानों का प्रक्षेपण करना भी संभव होगा। इसका परिणाम यह होगा कि अन्तरिक्ष में काम कर रहे उन छोटे उपग्रहों को कभी भी बदला जा सकेगा, जिनका कार्यकाल पूरा हो चुका है। अब इसके लिए उन बड़े और महंगे रॉकेटों का प्रक्षेपण नहीं करना होगा, जो आम तौर पर उपग्रहों को अन्तरिक्ष में ले जाते हैं।
विमान में उपलब्ध सुविधाएँ
इस समय सुदूर उड़ान भरने वाले इस भावी बमवर्षक विमान के डिजाइनर इसके विभिन्न मॉडल बनाकर देख रहे हैं।
रूसी पत्रिका ’जन्मभूमि के शस्त्रागार’ के प्रमुख सम्पादक वीक्तर मुरख़ोव्स्की ने रूस-भारत संवाद को बताया — इस भावी बमवर्षक विमान के विभिन्न मॉडल बनाकर विभिन्न विकल्पों पर काम किया जा सकता है और इस लड़ाकू विमान के कई तरह के ले-आउट बनाए जा सकते हैं।
उन्होंने कहा — सामरिक रणनीतिक सन्तुलन को बनाए रखने और शत्रु को हमला करने से रोकने के लिए इस नए विमान की ज़रूरत है। विमान पर एटम बमों और एटमी मिसाइलों के अलावा सुदूर मार करने वाले क्रूज मिसाइल भी तैनात किए जा सकेंगे। आजकल इन मिसाइलों का और सुपरसोनिक मिसाइलों का आविष्कार भी किया जा रहा है। ये सभी क़िस्म के हथियार विमान के भीतर ही तैनात किए जाएँगे।
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वीक्तर मुरख़ोव्स्की ने बताया — वैज्ञानिक आजकल इस तरह की मिश्रित धातुओं का निर्माण करने के काम में लगे हुए हैं, जो विमान को दुश्मन के राडारों के लिए पूरी तरह से लोप कर देंगे यानी यह विमान दुश्मन के राडारों पर दिखाई देने बन्द हो जाएँगे। यह भी पता लगा है कि दुश्मन के इलाके में ये विमान आवाज़ की गति से कम गति पर उड़ान भरा करेंगे ताकि इनसे कम से कम शोर पैदा हो और अवरक्त (इन्फ़्रारेड) किरणें भी इन्हें न पकड़ सकें।
रूस के भूतपूर्व वायुसेना प्रमुख प्योतर दयनेकिन ने रूस-भारत संवाद को बताया — सुदूर उड़ान भरने वाले सामरिक विमानों की ख़ासियत यह होती है कि वे 24 घण्टे उड़ान भर सकते हैं और अन्तरिक्ष में ही ईंधन ग्रहण करते हैं। ये विमान रूस की सीमाओं के बाहर दुनिया के किसी भी इलाके में हमला कर सकते हैं।
उन्होंने कहा — भावी सुदूर सामरिक बमवर्षक विमानों को किसी भी प्रकार के एटमी या सामान्य बमों से लैस किया जा सकेगा। इनमें कंक्रीट भेदक बम, क्लस्टर बम, समुद्री सुरंगे आदि किसी भी प्रकार के विस्फोटक बम तैनात किए जा सकेंगे।
फ़िलहाल सुदूर बमवर्षक विमानों का विकल्प
आजकल रूसी विमान डिजाइनर एक ऐसा नया मध्यम दूरी का विमान बना रहे हैं, जो तब तक के लिए इन दिनों कार्यरत सुदूर बमवर्षक विमानों की जगह लेगा, जब तक कि नया सुदूर बमवर्षक विमान बनाकर तैयार नहीं कर लिया जाता।
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रूसी समाचारपत्र इज़्वेस्तिया के सैन्य-विश्लेषक दिमित्री सफ़ोनफ़ ने बताया — रूस में आजकल कार्यरत सुदूर मार करने वाले विमानों के एक बड़े दस्ते का कार्यकाल जल्दी ही समाप्त हो जाएगा। इन विमानों की जगह तुरन्त ही नए विमान तैनात करना ज़रूरी है। इसलिए यह फ़ैसला किया गया है कि आने वाले 15 सालों के भीतर कुछ टीयू-160एम2 सामरिक बमवर्षक विमानों का उत्पादन किया जाए।
उन्होंने बताया — नए सुदूर सामरिक बमवर्षक विमान के निर्माण की परियोजना इक्कीसवीं सदी के तीसरे दशक में रूस के रक्षा मन्त्रालय की एक सबसे महंगी परियोजना होगी। इस परियोजना की तुलना ’बोरेय’ किस्म की नई एटमी रॉकेट पनडुब्बियों के निर्माण की परियोजना से की जा सकती है, जिन्हें ’बुलावा’ क़िस्म के मिसाइलों से लैस किया जाएगा। यानी इस परियोजना पर भी पाँच-सात अरब अमरीकी डॉलर खर्च होंगे।
दिमित्री सफ़ोनफ़ ने कहा — तीसरे दशक के अन्त में या चौथे दशक के शुरू में यह नया विमान रूसी वायुसेना में शामिल कर लिया जाएगा। फ़िलहाल उसकी इतनी ज़्यादा ज़रूरत नहीं है कि रक्षा मन्त्रालय विमान निर्माताओं और विमान डिजाइनरों को जल्दी-जल्दी विमान का निर्माण करने के लिए बाध्य करे।
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