चन्द्रमा पर रूसी अनुसन्धान केन्द्र की स्थापना करने में रूस की सहायता करने वाली इस चन्द्रगाड़ी के निर्माण में रूस के वही संगठन भाग ले रहे हैं, जिन्होंने सोवियत सत्ता काल में भी चन्द्रगाड़ी बनाई थी। ये संगठन हैं – रूस की विज्ञान अकादमी का अन्तरिक्ष अनुसन्धान संगठन, रूसी अन्तरिक्ष संगठन का मुख्य विज्ञान संस्थान यानी केन्द्रीय इंजीनियरिंग अनुसन्धान संस्थान और लावचकिन वैज्ञानिक उत्पादन संगठन आदि।
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शुक्रवार को भारत के रक्षा राज्यमन्त्री सुभाष भाम्बरे ने बताया कि भारत और रूस के बीच इस बार पर सहमति हो गई है कि सँयुक्त रूप से बनाए जा रहे ब्रह्मोस मिसाइल की मारक दूरी क्षमता बढ़ाकर 300 किलोमीटर से ज़्यादा कर दी जाए।
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