क्या पुराने रूस में भारत के कुलीन लोग भी आकर रहे थे?
उन्नीसवीं सदी के आख़िर में भारत में यह अफ़वाह फैली हुई थी कि विख्यात मराठा योद्धा नाना साहब अभी भी ज़िन्दा हैं। कानपुर की हार के बाद नाना साहब अचानक पूरी तरह से गायब हो गए थे। उन्हें छोड़कर 1857 के प्रथम स्वाधीनता संग्राम के अन्य सभी नेता या तो वीरगति को प्राप्त हो चुके थे या उन्हें अँग्रेज़ों ने फाँसी पर चढ़ा दिया था। केवल यही बात साफ नहीं थी कि नाना साहब का क्या हुआ। भारत के विभिन्न भागों में उनके “देखे जाने” की ख़बरें आती रहीं। बहुत से लोगों का यह भी मानना था कि नाना साहब रूस के ज़ार से मदद माँगने... Читать дальше...